देशीशब्दकोश /345
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परोहड --
पल
पल -- स्वेद, पसीना (
पलंजी -- भूसा, छिलका - 'जहा धन्नेसु पलंजी' ( उसुटी प १०
पलग -- पात्र
पलस -- १ कार्
पलसु -- सेवा, भक्ति ( दे ६।३ ) ।
पलहिअ -- १ विषम, असम ( दे ६।१५ ) । २ चारदीवारी से घिरा हुआ ; मकान ( वृ ) ।
पलही
पलाअ -- चोर ( दे ६
पलसु – सेवा, भक्ति ( दे ६१३ )
पलहिअ - १ विषम, असम ( दे ६ । १५) । २ चारदीवारी से घिरा हुआ
; मकान (वृ) ।
पलाडीका
पलाल -- लेह्यभोज्य ( अंवि पृ १८२ ) ।
पलासि
६।७०) ।
देशी शब्दकोश
पलासिया
——
पलिगोव -- कीचड़ - महया पलिगोवं जाणिया जा वि य वंदण-पूयणा इहं'
(
A
पलिट्ठ
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पलिय -- १ कर्म- अणुवीइ पास णिक्खित्तदंडा, जे केइ सत्ता पलियं चयंति'
पलियट्ठाण
पलिहअ -- मूर्ख ( दे ६।२० ) ।
S
पलिहस्स
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प्रलिहाअ
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स
पलिहाअ -- ऊर्ध्व दारु, काष्ठ-विशेष ( दे ६।१६) ।
पलोट्टजीह -- रहस्य-भेदी, रहस्य को प्रकट करने वाला ( दे ६।३५
पलोत्थित -- उभरा हुआ, भरा हुआ ( अंवि पृ २४३ ) ।
पल्ल
म
पल्लग
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