2023-03-07 17:42:56 by श्री अयनः चट्टोपाध्यायः

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गोंदीण -- मोर का पित्त ( दे २।९७ ) ।
गोकिलंज -- पात्र-विशेष ( भटी प ३१३ ) ।
गोकिलिंज -- गाय को चारा आदि खिलाने के लिए बांस का बना हुआ भाजन-विशेष ( भ ७।१५९ ) ।
गोखलक -- गवाक्ष ( व्यभा ३ टी प ६३ ) ।
गोच्चअ -- कोड़ा ( दे २।९७ ) ।
गोच्चिय -- राज्य का अधिकारी, कोतवाल ( पिटी प ६९ ) ।
गोच्छणव -- १ कृषि का उपकरण-विशेष । २ खाद ( इ २६।११ ) ।
गोच्छ्य -- मुनि का एक उपकरण जो पात्र तथा वस्त्र का प्रमार्जन करने के काम आता है - 'होइ पमज्जणहेउं तु गोच्छओ भागवत्थाणं' ( पंव ८०० ) ।
गोच्छा -- मंजरी ( दे २।९५ ) ।
गोज्ज -- १ गायक ( जीभा ६१४ ) । २ शारीरिक दोष वाला बैल ।
गोज्झ -- नाटक, नृत्य-विशेष - 'गोज्झपेक्खिया-नृत्यविशेष प्रेक्षकाः' ( आवहाटी १ पृ ६२ ) ।
गोज्झक्खिणी -- स्वामिनी ( बृटी पृ १५०९ ) ।
गोट्ठ -- आभीरपल्ली ( कु पृ ७७ ) ।
गोट्ठग -- मित्र - 'गोट्ठगेहिं लड्डुगा सामण्णं कता' ( निचू ३ पृ ४३७) ।
गोट्ठिय -- मित्र ( निचू ३ पृ २८४ ) ।
गोट्ठी -- मित्र ( निचू ३ पृ २८४ ) ।
गोडी -- मिट्टी की गुटिका - 'गोडीए घडो भिण्णो' ( दअचू पृ ४४ ) ।
गोड्ड -- १ गुड़ से बनी मिठाई ( भ १८।१०७ ) । २ घुटना ( आवचू १ ) ।
गोड्डिका -- गेंद खेलने की लकड़ी जो अन्त में मुड़ी हुई होती है ( प्रसा ४३५ ) ।
गोण -- १ गाय ( प्रज्ञा १।६४ ) २ बैल ( इ २६।१२; दे २।१०४ ) । ३ साक्षी ( दे २।१०४ ) ।
गोणक -- पात्र-विशेष ( उपाटी पृ १०१ ) ।
गोणपोतल -- बछड़ा ( आवहाटी १ पृ १३२ ) ।
गोणिक्क -- गायों का समूह ( दे २।९७ ) ।
गोणिय -- गौओं का व्यापारी ( व्यभा ९ टी प ५ ) ।
गोणी -- १ गाय ( पिनि २२४ ) । २ पात्र-विशेष ( उपाटी पृ १०१ ) ।