2023-03-07 17:41:46 by श्री अयनः चट्टोपाध्यायः

This page has been fully proofread once and needs a second look.

देशी शब्दकोश
 
गोंदीण -- मोर का पित्त ( दे २९७) ।
) ।
गोकिलंज -- पात्र -विशेष ( भटी प ३१३ ) ।
 
-
 

गोकिलिंज -- गाय को चारा आदि खिलाने के लिए बांस का बना हुआ
भाजन- विशेष ( भ ७१५६ ) ।
 
९ ) ।
गोखलक -- गवाक्ष ( व्यभा ३ टी प ६३ ) ।

गोच्चअ -- कोड़ा ( दे २१६।९७ ) ।
 

गोच्चिय -- राज्य का अधिकारी, कोतवाल ( पिटी प ६६ ) ।
९ ) ।
गोच्छणव -- १ कृषि का उपकरण- विशेष । २ खाद ( इ २६११) ।
।११ ) ।
गोच्छ्य -- मुनि का एक उपकरण जो पात्र तथा वस्त्र का प्रमार्जन करने के
काम आता है - 'होइ पमज्जणहेउं तु गोच्छओ भागवत्थाणं'
( पंव ८०० ) ।
 
-
 

गोच्छा -- मंजरी ( दे २१६।९५ ) ।
 

गोज्ज -- १ गायक ( जीभा ६१४ ) । २ शारीरिक दोष वाला बैल ।

गोज्झ -- नाटक, नृत्य - -विशेष - 'गोज्झपेक्खिया-तुनृत्यविशेष प्रेक्षकाः'
(
( आवहाटी १ पृ ६२) ।
 
) ।
गोज्झ विखक्खिणी -- स्वामिनी ( बृ टी पृ १५०६)।
 
गोटू-
९ ) ।
गोट्ठ --
आभीरपल्ली ( कु पृ ७७ ) ।
 

गोट्ठग
 
--
 
-- मित्र - 'गोट्ठगेहिहिं लड्डुगा सामण्णं कता' ( निचू ३ पृ ४३७)

गोट्ठिय -- मित्र ( निचू ३ पृ २८४ ) ।

गोट्ठी -- मित्र ( निचू ३ पृ २८४ ) ।
 

गोडी -- मिट्टी की गुटिका - 'गोडीए घडो भिण्णो' ( दअचू पृ ४४ ) ।

गोड्डु —ड -- १ गुड़ से बनी मिठाई ( भ १८।१०७ ) । २ घुटना ( आवचू १)
) ।
गोड्डिका -- गेंद खेलने की लकड़ी जो अन्त में मुड़ी हुई होती है
( प्रसा ४३५ ) ।
 

गोण -- १ गाय ( प्रज्ञा १६४ ) २ बैल ( इ २६।१२; दे २१०४) ।
) । ३ साक्षी ( दे २१०४) ।
 
) ।
गोणक -- पात्र -विशेष ( उपाटी पृ १०१ ) ।

गोणपोतल- -- बछड़ा ( आवहाटी १ पृ १३२) ।
) ।
गोणिक्क -- गायों का समूह ( दे २९७) ।
 
) ।
गोणिय -- गौओं का व्यापारी ( व्यभा है टी प ५ ) ।
 
-
 

गोणी -- १ गाय ( पिनि २२४ ) । २ पात्र -विशेष ( उपाटी पृ १०१) ॥
 
Jain Education International
 
For Private & Personal Use Only
 
www.jainelibrary.org
 
) ।