देशीशब्दकोश /127
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उदअ -- गढा, अवपात-'गर्त्ताविशेषेषु उदक इत्येवंरूढेषु' ( प्रटी प २२ ) ।
उदंक -- जल का पात्र-विशेष जिससे जल ऊंचा छिड़का जाता है ( जीवटी प १४६ ) ।
उदकघसर -- नाली, मोरी ( ओटी पृ ३६५ ) ।
उदग -- अनंतकायिक वनस्पति-'तत्थ उदगं नाम अणंतवणप्फई, से भणियं च उदए अवए पणए सेवाले' (दजिचू पृ २७७)।
उदरिय -- १ आजीविका के लिए इधर उधर घूमने वाले ।
२ पाथेय युक्त यात्री-'उदरिया णाम जहिहिं गता तेहिं चेव रूवगावी छोढुं समुद्दि-संति पच्छा गम्मति । गहियसंबला उदरिया' (निचू ४ पृ ११० ) ।
उदसी -- छाछ-'तक्कं उदसी छासि त्ति एगट्ठ' (ठं' ( निचू १ पृ ६९२ ) ।
उदाण -- वनस्पति का एक प्रकार (अंवि पृ २६६ ) ।
उददूक्खल -- मुशल- 'मुशलं उक्खलं वा' (आचू पृ ३३६९ ) ।
उद्द -- १ सिन्धु देश के मत्स्य- विशेष - -'उद्राः सिन्धुविषये मत्स्याः' । २ मत्स्य-चर्म का बना हुआ वस्त्र -विशेष (आचूला ५१।१५; टी प ३९३ ) । देखें-- 'उट्ट' । ३ जल-मानुष । ४ ककुद, बैल के कंधे का कूबड़
(दे १।१२३) ।
उद्ददंसग -- मत्कुण, त्रीन्द्रिय जन्तु -विशेष ( प्रज्ञा १।५० ) ।
उद्दद्दर -- सुभिक्ष- 'दुविधा दरा-धण्णदरा पोट्टदरा य, ते उद्दं जाव भरिया तं उद्दद्दरं भण्णति । पर्यायवचनेन सुभिक्षमित्यर्थ: ' ( निचू ३ पृ ८० ) ।
उद्दरिअ -- १ उखाड़ा हुआ ( दे १ । १०० ) । २ स्फुटित, विकसित (पा ५१३) । ३ उद्दर्पित ( नंदीटि पृ १०१ ) । ४ युद्ध से पलायित ।
उद्दा -- ऊदबिलाव, जलमार्जार (सू १९।७३।१५) ।
उद्दाइंत -- शोभमान (ज्ञा ११११।१।३३) ।
उद्दाइय -- दीमक, कीट (निचू १ पृ १५५ ) ।
उद्दाण -- १ परित्यक्त (निचू २ पृ १४) । २ मृत - -'उद्दाणे भोइयम्मि चेइयाइं वंदामि' ( उसुटी प २ ) । ३ चुल्हा ( दे ११।८७ ) ।
उद्दाणग -- मृत - -'उद्दाणगं जायं तं मए विगिगिंचियं' (आवहाटी २ पृ १४० ) ।
उद्दाणभत्तारा -- पति के द्वारा परित्यक्त स्त्री - -'उद्दाणभत्तारा भत्तारेण परिठविता' (निचू २ पृ १४) ।
उद्दाम -- १ संघात । २ विषमोन्नत प्रदेश ( दे १॥।१२६) ।
उद्दाल -- वृक्ष-विशेष ( जीव ३३।५८१ ) ।
उद्दालक -- वृक्ष-विशेष (जीवटीप १४५) ।
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उदंक -- जल का पात्र-विशेष जिससे जल ऊंचा छिड़का जाता है ( जीवटी प १४६ ) ।
उदकघसर -- नाली, मोरी ( ओटी पृ ३६५ ) ।
उदग -- अनंतकायिक वनस्पति-'तत्थ उदगं नाम अणंतवणप्फई, से भणियं च उदए अवए पणए सेवाले' (दजिचू पृ २७७)।
उदरिय -- १ आजीविका के लिए इधर उधर घूमने वाले ।
उदसी -- छाछ-'तक्कं उदसी छासि त्ति एगट्
उदाण -- वनस्पति का एक प्रकार (अंवि पृ २६६ ) ।
उ
उद्द -- १ सिन्धु देश के मत्स्य-
(दे १।१२३) ।
उद्
उद्दद्दर -- सुभिक्ष-
उद्दरिअ -- १ उखाड़ा हुआ ( दे १ । १०० ) । २ स्फुटित, विकसित (पा ५१३) । ३ उद्दर्पित ( नंदीटि पृ १०१ ) । ४ युद्ध से पलायित ।
उद्दा -- ऊदबिलाव, जलमार्जार (सू १
उद्दाइंत -- शोभमान (ज्ञा १
उद्दाइय -- दीमक, कीट (निचू १ पृ १५५ ) ।
उद्दाण -- १ परित्यक्त (निचू २ पृ १४) । २ मृत
उद्दाणग -- मृत
उद्दाणभत्तारा -- पति के द्वारा परित्यक्त स्त्री
उद्दाम -- १ संघात । २ विषमोन्नत प्रदेश ( दे १
उद्दाल -- वृक्ष-विशेष ( जीव ३
उद्दालक -- वृक्ष-विशेष (जीवटीप १४५) ।
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