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देशी
शब्दकोश
 
जे लक्खणे ण सिद्धा ण पसिद्धा सक्कयाहिहाणेसु ।
णय गउालक्खणासत्तिसंभवा ते इह णिबद्धा ॥
 
- आचार्य हेमचन्द्र
 
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आचार्य तुलसी
 
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