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राजस्थान पुरातन ग्रन्थमाला
प्रधान सम्पादक - फतहसिंह, एम.ए., डी.लिट्.
[ निदेशक, राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर ]
ग्रन्थाङ्क ९४
महाकवि - वाणभट्ट - विरचितं
चण्डीशतकम्
बेदपाटेश्वर महाराणा कुम्भकर्णप्रणीतया अज्ञात कर्तृ कृतया टीकया च संवलितम्
सम्पादक
प्रथमावृत्ति १०००
T
श्रीगोपालनारायण बहुरा, एम. ए.
निवृत्त उपनिदेशक
राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर
,
प्रकाशक
राजस्थान राज्य संस्थापित
राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान
जोधपुर (राजस्थान)
RAJASTHAN ORIENTAL RESEARCH INSTITUTE, JODHPUR
१९६८ ई०
मूल्य ५.२५
CC-0. RORI. Digitized by Sri Muthulakshmi Research Academy
प्रधान सम्पादक - फतहसिंह, एम.ए., डी.लिट्.
[ निदेशक, राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर ]
ग्रन्थाङ्क ९४
महाकवि - वाणभट्ट - विरचितं
चण्डीशतकम्
बेदपाटेश्वर महाराणा कुम्भकर्णप्रणीतया अज्ञात कर्तृ कृतया टीकया च संवलितम्
सम्पादक
प्रथमावृत्ति १०००
T
श्रीगोपालनारायण बहुरा, एम. ए.
निवृत्त उपनिदेशक
राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर
,
प्रकाशक
राजस्थान राज्य संस्थापित
राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान
जोधपुर (राजस्थान)
RAJASTHAN ORIENTAL RESEARCH INSTITUTE, JODHPUR
१९६८ ई०
मूल्य ५.२५
CC-0. RORI. Digitized by Sri Muthulakshmi Research Academy