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श्लोकानुक्रमणी ।
 
अत्युष्णा ज्वार
 
IV.
 
अद्यापि हस्ति
 
II.
 
1
 
4 गोष्टी हास्यः
चिन्ताकुलत्वं
 
IV. 21
 
अनुपमबल
 
VI.
 
4
 
छन्ना भवन्ति
 
VI.
 
I.
 
226
 
अबहुपुरुष
 
III. 11
 
जलदगहन
 
IV. 12
 
अये तन्त्रनादो
 
III.
 
14
 
जलदसमय
 
v. 6
 
असितजलद
 
IV. 9
 
जव शिथिल
 
IV. 20
 
अहं द्विनेत्रो
 
III.
 
18
 
जामातृसंपत्ति
 
I.
 
3
 
आरक्षिणां तु
 
III.
 
10
 
तस्या भयाकु
 
II.
 
7
 
इमा तु बाप्पा
 
VI. 20
 
तानस्तु मन्दो
 
III.
 
6
 
इष्टं चेदेकचि
इष्टा मखा द्वि
 
IV.
 
7
 
तिमिरमिव
 
III.
 
4
 
I.
 
2
 
दुग्धा: स्कुलि
 
IV.
 
8
 
उच्चं हस
उत्क्षिप्तां सानु
 
III.
 
5
 
दत्ता सावि
 
VI.
 
14
 
I.
 
1
 
दिव्यं स्वभावं
 
IV. 16
 
उर: स्तनतटा
 
II. 6
 
परिकरव
 
III.
 
9
 
उष्णं श्वसिति
 
V.
 
3
 
दृष्टिर्न तृप्यति
 
III.
 
17
 
एक: परगृह
 
II.
 
10
 
दृष्टिस्तदाप्रभृ
 
II.
 
नरेन्द्रभ
 
IV. 22
 
दान
 
VI.
 
15
 
एवमेव महा
 
VI.
 
12
 
देवं रूपं ब्रह्म
 
I.
 
कन्या पुरात् क
 
IV.
 
1
 
धर्मः प्रागेव
 
I.
 
12
 
कान्तासमीप
 
III.
 
15
 
नगरपरिचि
 
III.
 
कामाहतः कु
 
I.
 
11
 
न तत्र कर्तव्य
 
I.
 
किं प्रेक्षसे मम
 
VI.
 
1
 
न तथा रत्नमा
 
IV.
 
14
 
किमत्र चित्रं
 
IV.
 
6
 
नन बुद्धि
 
V.
 
क्षमया जय
 
VI.
 
17
 
न त्वं प्रिये मम
 
III.
 
19
 
गम्यास्तु देशा:
 
VI.
 
10
 
न दृश्यते तत्र
 
I.
 
गर्भस्था इ
 
III.
 
3
 
न भाषसे वृत्त
 
VI.
 
गोब्राह्मणानां
 
VI. 21
 
निव्याज परि
 
IV.
 
2257220±52043
 
9
 
10