अवन्तिसुन्दरीकथा /260
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देवता न प्रीर्णायरन वर्णा नाद्रियेरन् आश्र (मा ! मो) न वर्तेत चातानपत्यवतीन्
परिचरेयुः(?) न भृत्याः स्वामिनाऽनुवर्तेरन् न पुत्राः पितॄन् पे......[^1] गुरूनुपासीरन्
न कर्रदाः करान् प्रयच्छेयुः, न च कालेनौषधिवनस्पतयः फलेयुः । अस्य हि
दण्डमयादखण्डवाहिनी लोकयात्रा । यदयं प्रातरुत्थाय धर्मा......[^2] वृत्त्या समः
शत्रुपुत्रयोरादान मृणम्य निक्षेपोऽथानामस्वामिभिषिक्रयः (सम्भूब?) सम्भूय समुत्या•
नमन
...नमन .... [^3] तां व्यतिक्रमः क्रयविक्रययोरेनुशयमस्वामिपालयोर्विकम:
सम्भूययो-
रनुशयदस्वामिपालयोर्विवाद(?)
..... [^4] सुविपतिपत्तिर्यामुण्डयोः पारुध्य
........[^5]
स्त्रीपुंसधर्मो दायविभागो द्यून(स) माह्वानमित्यष्टादश विवाद पदेषु (शु?) देशदेवादि-
सम्भूययो-
8
मिर्यथाभूतदर्शनादकृतं धर्मानु ..... [^6] प्रजा.
........... [^7] तत्प्रत्यनन्तरं पद
....... [^8]
म यत्र वयं वर्तामहे । तेन चानेन मन्त्रिणा त्रयी वार्ता दण्डनीतिरान्वीक्षिकांति
3
10
चतसृषु विद्यास्वभिविनंतन समप्रेण सर्वे: प्रजागुणेनल्प ........[^9] भारुणा
स्वभावधीतप्रवादवगुवाचिस्तम्मचापलालस्यानां कदाचिदष्यदत्तावकाशन 'मैत्रेण
शुचिना महात्माहेन सत्मियण सत्त्ववता कृच्छेषु प्रत्युत्पन्न बुद्धिना द्व.........[^10]
गेणो वैरायकण( १ ) वशिना मतुरात्मनश्च धर्मार्थयोः प्र (य) तितव्यम् । अपि
चादिष्टायां भूमावनुज्ञयां वश्यं समुदितासनस्थेन प्रश्नानुरूपं प्रियहितप्राय-
मचीकृताक्षित्रो धर्ममपिअग्रहो ह ....... [^11] सम्भाव्यमर्थधर्मानपेतमतिपरिंरि-
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[^1]. L. about 10 letters.
[^2]. Space for 25 letters left blank.
[^3]. L. about 17 letters
[^4]. Space for 5 fets left blank.
[^5]. L. about 20 letters.
[^6]. Space for 4 letters left blank.
[^7]. Space for 8 letters left blank.
[^8]. L. about 5 letters.
[^9]. Space for 8 letters left blank
[^10]. Space for 8 letters left blank
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परिचरेयुः(?) न भृत्याः स्वामिनाऽनुवर्तेरन् न पुत्राः पितॄन् पे......[^1] गुरूनुपासीरन्
न कर्रदाः करान् प्रयच्छेयुः, न च कालेनौषधिवनस्पतयः फलेयुः । अस्य हि
दण्डमयादखण्डवाहिनी लोकयात्रा । यदयं प्रातरुत्थाय धर्मा......[^2] वृत्त्या समः
शत्रुपुत्रयोरादान मृणम्य निक्षेपोऽथानामस्वामिभिषिक्रयः (सम्भूब?) सम्भूय समुत्या•
नमन
...
रनुशयदस्वामिपालयोर्विवाद(?)
स्त्रीपुंसधर्मो दायविभागो द्यून(स) माह्वानमित्यष्टादश विवाद पदेषु (शु?) देशदेवादि-
सम्भूययो-
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म यत्र वयं वर्तामहे । तेन चानेन मन्त्रिणा त्रयी वार्ता दण्डनीतिरान्वीक्षिकांति
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स्वभावधीतप्रवादवगुवाचिस्तम्मचापलालस्यानां कदाचिदष्यदत्तावकाशन 'मैत्रेण
शुचिना महात्माहेन सत्मियण सत्त्ववता कृच्छेषु प्रत्युत्पन्न बुद्धिना द्व.........[^10]
गेणो वैरायकण( १ ) वशिना मतुरात्मनश्च धर्मार्थयोः प्र (य) तितव्यम् । अपि
चादिष्टायां भूमावनुज्ञयां वश्यं समुदितासनस्थेन प्रश्नानुरूपं प्रियहितप्राय-
मचीकृताक्षित्रो धर्ममपि
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[^1]. L. about 10 letters.
[^2]. Space for 25 letters left blank.
[^3]. L. about 17 letters
[^4]. Space for 5 fets left blank.
[^5]. L. about 20 letters.
[^6]. Space for 4 letters left blank.
[^7]. Space for 8 letters left blank.
[^8]. L. about 5 letters.
[^9]. Space for 8 letters left blank
[^10]. Space for 8 letters left blank
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