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कुलभङ्गयोग्याभिवरचरचयन्नारम्भण एव बलित्रयं बमझ (?) ।
 
गर्भो गर्भस्थितचक्रवर्त्यादिष्टमिवोजिहीषितमपि तमुमोचैव चरणयुगळ-
मात्माधिष्ठितां भुवमत्यर्थघवीलते मन्थरायमाणे चक्षुषी स्वप्ननिगीर्णचन्द्र-
मण्डलामृत......[^1] लबडतगर्भातिपानभयपरिवितृष्टे सुतरां पर्यप्ठवेताम् (?) । अद्भुत
गर्भमाहात्म्यपरिवर्तितस्वभावा ( ब ? च ) हीनस्वराणीति गुहासिंह बृंहितानि जहास ।
स्व......[^2] तद्योत इति म ......[^3] न दिनकरमबमेने । अति (व व ) मिति
विन्ध्यपर्वताम्रेषु गर्वात् परिभवं बबन्ध । देवासुर विक्रमेष्वपि प्रस्तुते
.......[^4]शक्नुवती लम्ब....[^5] मानिव यादसाम्पतिं ( न ना) चिन्तयत् ।
परिजनादेशावण्यपारयन्ती ससिद्धगन्धर्वविद्याधरं भुवनमादेषु स्व......[^6] च-
मानकाकिन्येव खनधारानिर्विरीकृत शेषवर्षावर्षपर्वतेषु भ्रमितुमाशशंसे (!) । तथा
च खड्ड़ इति मृगविशेषे ......[^7] विचक्र इति मण्ड.....[^8] विपि नखर
इति कररुहेऽपि शक्तिरि ( त ? )ति सामर्थ्यऽपि प्रयुज्यमानमुत्सब गर्वितायां श्रवण-
माजगाम त्रियामा च प्रसुप्ता मदोलितबाल......[^9] ताविकसितसितशतपत्रात.
पत्रघारिणीपरिचारवर्मा चर्मकृपाणबाणचापचक्रशङ्कतोमरशुंलिभिरष्ट/भिर्भुजलता मि-
भगवती ररक्ष साक्षाद् विन्ध्यवासिनी (?) ।
 
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1. L. about 3 letters.
 
तदेवं देवतानुवृत्तिदर्शितोद(र्भ ? म) गर्भानुमावाया देव्या दैववशाच्चतुर्णा-
म (ध्यारभ्य ? प्यमात्या) नां पुरोधसश्च ब्रह्मदत्तस्य भार्या : पञ्चापि युगपदा-
20
5

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[^1]
. L. about 43 letters
 
.
[^2]. ,, 4 ,,
[^3]. ,, 3 ,,
[^4]. ,, 20 ,,
[^5]. L about 4 letters.
[^6]. ,, 32 ,,
[^
7, 8]. The two lacune cover about 20 letters
 
.
[^
9]. L about 14 letters.