This page has been fully proofread once and needs a second look.

म धर्मसन्ततिरिति पुण्यश्लोको राजर्षिरिति सर्वथा मया.... नीयश्चेत्यवसि (ते! त) -
वचसि महामुनौ तापसपरिषत् प्रहर्षोत्फुल्ललोचना भगवन् मवत्प्रसादादाकर्णितः
पुराणगीतः पुण्यो राजवंशः । श्रुतमन्द्रियमनुविधत्ते महात्मनोऽस्य
दर्शनाचिरं द्रष्टव्यतृप्तस्य चक्षुरिन्द्रिय (म! )स्येति हृष्टतनूरुहा मुहुर्मुहुः श्रद्धालापा-
नुज्जगाल । राजा सह सचिवैः कृतप . • ब्रह्मर्षिणा प्रमूर्द्धाञ्जलिर्जानुस्थितो
जगाद । भगवन् परमनुगृहीतोऽस्मि । विभाताबाचारानुबन्धिन्यविद्याविभावरी ।
 
उन्मीलितं चक्षु
 
.
 
4
 
5
 
"
 
रसहिना हिणदेवत्या
 

 
ल्मषाः प्रागवागूर्ध्व दक्षिणामाः सुरकिं-
नयादिमलम्बाश्च सर्वदेवत्याः सम्भरणीया
 
7
 
8
 
दर्भाः खदिरकर मवा मलूपोरबन्नाने विशित्यनस्पाघातुयोनिर किमिकान्ति.
रनतिस्निग्धर क कृष्णाशुचिर कर्कश कार्यावरमेलमा
लनवालुकात्रिभागवालुका ....
क्रियेति लम्बा न रर्वो(?) पितृवेलायामकृतबलिकुसुमदीपधूपैर चिताश्रम-
देवतोऽपरेयुरुन्मल दुषःप्रभायामृषिवेलायां मृष्टसिक्के तंसकामर्कवेलाया-
मतिक्रम्य समग्रया च गुरुवेलया च सज्जीकृतसकलसाघनो नमोनारायणनाभि-
पुण्डरीकायमाणभानुभामण्डलाय महेन्द्रवेलायामुपस्थितां दक्षि....
.
मुदञ्जलिनोत्तमान जानुस्थितः प्रणामपूर्वकं प्रसाद्या वाहनासनदानस्वागतानु-
माननपाद्याचमनीयपुष्पगन्धधूपदीपार्घ्यहविर्भिर (भ्य) र्याच्युत चन्द्रशेखरौ स्कन्द-
 
-----------------------------------------------------------------------------------------
[^1]. L. about 7 letters.
[^2.
]. ,, 16 ,,
[^3]. ,, 22 ,,
[^4]. ,, 30 ,,
[^
5]. 4 folios are missing here 10
.
[^
6]. I. about 32 letters.

[^7]. ,, 25 ,,
[^8]. ,, 20 ,,
[^9]. ,, 2 ,,
[^10]. ,, 4 ,,