This page has been fully proofread once and needs a second look.

१००
 
ऐक्षिष्ट च प्रतिभवनमनुप्रयागतिरमा गृहीतुभूमि समदाकगन्धगजघटाबद्धा-

न्तकारतया....[^
1
 
आचायेदण्डिविरचिता
 
न्तकारतया
] वर्षाध्वरमिव जलधारातिमारेण पाति (?) मनेकसामन्तसहस्रात-
....
 

पत्रमण्डलान्तरतया वेलःत पुलिनमण्डला गोगधवल..... [^2]
कटभाण्डमण्डितानामनव-
पत्रमण्डलान्तरतया वेलःत पुलिनमण्डला गोगधवल

रतनभस्तलोत्पतनव्यसनादतीक (१)स्पर्शनाभिज्ञखुरपुटानामिवानेक सहस्रैरा जानेय वा-
53
 
....
 
2
 

जिनां स्थू
 
.....[^3]सहातचूर्णितोप्रदशनमिव कल्पापायभुवनमाकल्प रश्मिरानि-

राजितलोकनिरन्तरतया पारिजातवनमिव सागरेण मथनभयात् प्रागेवोपा
 
-
विष्कृत मुल्लसिता ने करथ शतमितपत्रकात्रातप्रीतातमापततघनतुहिनपट उधवलिताम -
 
SOL
 
4
 
5
 

मिव(!) ....[^4] म्य.... [^5]भृगरण्यं भुवनकोशमिव नी (ल)श्वेनारुणशबलहरित भटाश्चकेतु-

मालोपपन्नम्, अन्तकनगरोद्यानानेव स्फुरद सिपत्रपात भीषणं, नन्दगोशलगोकुलमिव

हरित्रलरचितचारुनाग वृत्तनिवेशमिवोच्चावचघनान्धकारीभूतं रामायणमिव

कृतपङ्किरथक्षोभमन्थरं कुरु गण्डव समरमिवोत्रामितगजघटोत्कचसुभटासिंहनाद -

कारित(सू ? क)र्णशक्तिव्ययं ध्यातमिव (?) कृतशमान्तरं नानापङ्किसुम्थितं सुरस्रोत

स्दिनःस्रोत इव सुरचितचारुपक्षपक्षं कुचतटमिव क्रान्तोर (स्यं स्कं) गणकमिव प्रति-

ग्रहविभक्तबलविचारं मात्र ज्यामेव सर्वतोवृतिसम्पादिप्र...कृ...[^6]लं दुष्करकाव्यभिव
मिव
रावितजन(?)पदनिवेशरचित सर्वतोभद्रं कोशागारभित्र सारफल्गुविभागानुरूपक-

ल्पितम्थानं कालिन्दीहृहवि.... ह्रदमिव ....[^7]ताच्युत....[^8] दगोपालरुद्ध निर्गतनागस्य नवागम-

निहितवमनध्यमितवनसमर्थ (?) अनुलोमसमीरणम (प्य ? पि) प्रतिलोमप्रभञ्जनं
 
8
 
-
 

 
-----------------------------------------------------------------------------------------
[^
1]. L. about 6 letters.
 

[^
2,
 
], ,, 32
 
,,
[^
3.
 
], ,, 14
 
,,
[^
4]. Space for 4 letters left blank. 8. L. about 2 letters.
 

[^
5]. Space for 4 letters left blank
5.
 
.
[^6], ,,
3
 
,,
[^
7]. Space for 6 letters left blank
 
.
[^6], L. about 2 letters.