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सूक्तों और ग्तोत्रों के कई शब्दों में मर्म रहता है घंट
हरण के लिए श्रीसूक्त में करीषिणी, कर्दम, चिक्कीत, जातवेदो आि
शब्द हैं। इनको समझाने के लिए टिप्पणो आवश्यक थी
स्थान और समय नहीं है। केवल एक बात अवश्य जान लेने
चाहिए कि ऐसे मर्म भरे शब्द तीन प्रकार से समझे जाते हैं-
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टिप्पणी
 
१. साहित्यिक विवेचना और व्याख्या से ( कोष, निरुत्त
उपाख्य आदि से )
 
अनुभवी विद्वानों और संतों के सत्संग से
 
और स्वयं अपनी आत्मानुभूति से
 
२.
 
३.
 
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CC-0. Mumukshu Bhawan Varanasi Collection. Digitized by eGangotri