कुमारसम्भवम् — 8.17
Original
Segmented
शिष्य-ताम् निधुवन-उपदेशिनः शङ्करस्य रहसि प्रपन्नया शिक्षितम् युवति-नैपुणम् तया यत् तद् एव गुरु-दक्षिणीकृतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिष्य | शिष्य | pos=n,comp=y |
ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
निधुवन | निधुवन | pos=n,comp=y |
उपदेशिनः | उपदेशिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
शङ्करस्य | शंकर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
रहसि | रहस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रपन्नया | प्रपद् | pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part |
शिक्षितम् | शिक्षय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
युवति | युवति | pos=n,comp=y |
नैपुणम् | नैपुण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
दक्षिणीकृतम् | दक्षिणीकृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |