Original

तां लोध्रकल्केन हृताङ्गतैलाम् आश्यानकालेयकृताङ्गरागाम् ।वासो वसानाम् अभिषेकयोग्यं नार्यश् चतुष्काभिमुखं व्यनैषुः ॥

Segmented

ताम् लोध्र-कल्केन हृत-अङ्ग-तैलाम् आश्यान-कालेय-कृत-अङ्ग-रागाम् वासो वसानाम् अभिषेक-योग्यम् नार्यः चतुष्क-अभिमुखम् व्यनैषुः

Analysis

Word Lemma Parse
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
लोध्र लोध्र pos=n,comp=y
कल्केन कल्क pos=n,g=m,c=3,n=s
हृत हृ pos=va,comp=y,f=part
अङ्ग अङ्ग pos=n,comp=y
तैलाम् तैल pos=n,g=f,c=2,n=s
आश्यान आश्या pos=va,comp=y,f=part
कालेय कालेय pos=n,comp=y
कृत कृ pos=va,comp=y,f=part
अङ्ग अङ्ग pos=n,comp=y
रागाम् राग pos=n,g=f,c=2,n=s
वासो वासस् pos=n,g=n,c=2,n=s
वसानाम् वसा pos=n,g=f,c=6,n=p
अभिषेक अभिषेक pos=n,comp=y
योग्यम् योग्य pos=a,g=n,c=2,n=s
नार्यः नारी pos=n,g=f,c=1,n=p
चतुष्क चतुष्क pos=n,comp=y
अभिमुखम् अभिमुख pos=a,g=n,c=2,n=s
व्यनैषुः विनी pos=v,p=3,n=p,l=lun