कुमारसम्भवम् — 7.77
Original
Segmented
रोम-उद्गमः प्रादुरभूद् उमायाः स्विद्-अङ्गुलिः पुंगव-केतुः आसीत् वृत्तिस् तयोः पाणि-समागमेन समम् विभक्ता इव मनोभवस्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रोम | रोमन् | pos=n,comp=y |
उद्गमः | उद्गम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रादुरभूद् | प्रादुर्भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
उमायाः | उमा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
स्विद् | स्विद् | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गुलिः | अङ्गुलि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुंगव | पुंगव | pos=n,comp=y |
केतुः | केतु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वृत्तिस् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तयोः | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=d |
पाणि | पाणि | pos=n,comp=y |
समागमेन | समागम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
समम् | समम् | pos=i |
विभक्ता | विभज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
मनोभवस्य | मनोभव | pos=n,g=m,c=6,n=s |