कुमारसम्भवम् — 7.42
Original
Segmented
मूर्ते च गङ्गा-यमुने तदानीम् स चामरे देवम् असेविषाताम् समुद्रगा-रूप-विपर्यये ऽपि स हंस-पाते इव लक्ष्यमाणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मूर्ते | मूर्छ् | pos=va,g=f,c=1,n=d,f=part |
च | च | pos=i |
गङ्गा | गङ्गा | pos=n,comp=y |
यमुने | यमुना | pos=n,g=f,c=1,n=d |
तदानीम् | तदानीम् | pos=i |
स | स | pos=i |
चामरे | चामर | pos=n,g=f,c=1,n=d |
देवम् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
असेविषाताम् | सेव् | pos=v,p=3,n=d,l=lun |
समुद्रगा | समुद्रगा | pos=n,comp=y |
रूप | रूप | pos=n,comp=y |
विपर्यये | विपर्यय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
स | स | pos=i |
हंस | हंस | pos=n,comp=y |
पाते | पात | pos=n,g=m,c=7,n=s |
इव | इव | pos=i |
लक्ष्यमाणे | लक्ष् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |