कुमारसम्भवम् — 7.33
Original
Segmented
शङ्खान्तर-द्योतिन् विलोचनम् यद् अन्तः निविष्ट-अमल-पिङ्ग-तारम् सांनिध्य-पक्षे हरिताल-मय्याः तद् एव जातम् तिलक-क्रियायाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शङ्खान्तर | शङ्खान्तर | pos=n,comp=y |
द्योतिन् | द्योतिन् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
विलोचनम् | विलोचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
निविष्ट | निविश् | pos=va,comp=y,f=part |
अमल | अमल | pos=a,comp=y |
पिङ्ग | पिङ्ग | pos=a,comp=y |
तारम् | तार | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सांनिध्य | सांनिध्य | pos=n,comp=y |
पक्षे | पक्ष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
हरिताल | हरिताल | pos=n,comp=y |
मय्याः | मय | pos=a,g=f,c=6,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
जातम् | जन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तिलक | तिलक | pos=n,comp=y |
क्रियायाः | क्रिया | pos=n,g=f,c=6,n=s |