कुमारसम्भवम् — 7.21
Original
Segmented
सा सम्भवद्भिः कुसुमैः लता इव ज्योतिर्भिः उद्यद्भिः इव त्रियामा सरिद् विहङ्गैः इव लीयमानैः आमुच्-आभरणा चकाशे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सम्भवद्भिः | सम्भू | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
कुसुमैः | कुसुम | pos=n,g=n,c=3,n=p |
लता | लता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
ज्योतिर्भिः | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
उद्यद्भिः | उदि | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
इव | इव | pos=i |
त्रियामा | त्रियामा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सरिद् | सरित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विहङ्गैः | विहंग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
लीयमानैः | ली | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
आमुच् | आमुच् | pos=va,comp=y,f=part |
आभरणा | आभरण | pos=n,g=f,c=1,n=s |
चकाशे | काश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |