कुमारसम्भवम् — 5.57
Original
Segmented
त्रि-भाग-शेष निशासु च क्षणम् निमील्य नेत्रे सहसा व्यबुध्यत क्व नीलकण्ठ व्रजसि इति अलक्ष्य-वाच् असत्य-कण्ठ-अर्पित-बाहु-बन्धना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्रि | त्रि | pos=n,comp=y |
भाग | भाग | pos=n,comp=y |
शेष | शेष | pos=n,g=f,c=7,n=p |
निशासु | निशा | pos=n,g=f,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
क्षणम् | क्षण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निमील्य | निमीलय् | pos=vi |
नेत्रे | नेत्र | pos=n,g=n,c=2,n=d |
सहसा | सहसा | pos=i |
व्यबुध्यत | विबुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
क्व | क्व | pos=i |
नीलकण्ठ | नीलकण्ठ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
व्रजसि | व्रज् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
अलक्ष्य | अलक्ष्य | pos=a,comp=y |
वाच् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
असत्य | असत्य | pos=a,comp=y |
कण्ठ | कण्ठ | pos=n,comp=y |
अर्पित | अर्पय् | pos=va,comp=y,f=part |
बाहु | बाहु | pos=n,comp=y |
बन्धना | बन्धन | pos=n,g=f,c=1,n=s |