Original

त्रिभागशेषासु निशासु च क्षणम् निमील्य नेत्रे सहसा व्यबुध्यत ।क्व नीलकण्ठ व्रजसीत्य् अलक्ष्यवाग् असत्यकण्ठार्पितबाहुबन्धना ॥

Segmented

त्रि-भाग-शेष निशासु च क्षणम् निमील्य नेत्रे सहसा व्यबुध्यत क्व नीलकण्ठ व्रजसि इति अलक्ष्य-वाच् असत्य-कण्ठ-अर्पित-बाहु-बन्धना

Analysis

Word Lemma Parse
त्रि त्रि pos=n,comp=y
भाग भाग pos=n,comp=y
शेष शेष pos=n,g=f,c=7,n=p
निशासु निशा pos=n,g=f,c=7,n=p
pos=i
क्षणम् क्षण pos=n,g=m,c=2,n=s
निमील्य निमीलय् pos=vi
नेत्रे नेत्र pos=n,g=n,c=2,n=d
सहसा सहसा pos=i
व्यबुध्यत विबुध् pos=v,p=3,n=s,l=lan
क्व क्व pos=i
नीलकण्ठ नीलकण्ठ pos=n,g=m,c=8,n=s
व्रजसि व्रज् pos=v,p=2,n=s,l=lat
इति इति pos=i
अलक्ष्य अलक्ष्य pos=a,comp=y
वाच् वाच् pos=n,g=f,c=1,n=s
असत्य असत्य pos=a,comp=y
कण्ठ कण्ठ pos=n,comp=y
अर्पित अर्पय् pos=va,comp=y,f=part
बाहु बाहु pos=n,comp=y
बन्धना बन्धन pos=n,g=f,c=1,n=s