कुमारसम्भवम् — 5.50
Original
Segmented
कियच् चिरम् श्राम्यसि गौरि विद्यते मे अपि पूर्व-आश्रम-संचितम् तपः तद्-अर्ध-भागेन लभस्व काङ्क्षितम् वरम् तम् इच्छामि च साधु वेदितुम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कियच् | कियत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
चिरम् | चिरम् | pos=i |
श्राम्यसि | श्रम् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
गौरि | गौरी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
पूर्व | पूर्व | pos=n,comp=y |
आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
संचितम् | संचि | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
अर्ध | अर्ध | pos=n,comp=y |
भागेन | भाग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
लभस्व | लभ् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
काङ्क्षितम् | काङ्क्ष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
साधु | साधु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वेदितुम् | विद् | pos=vi |