कुमारसम्भवम् — 5.42
Original
Segmented
भवत्य् अनिष्टाद् अपि नाम दुःसहान् मनस्विनीनाम् प्रतिपत्तिः ईदृशी विचार-मार्ग-प्रहितेन चेतसा न दृश्यते तच् च कृश-उदरि त्वयि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भवत्य् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अनिष्टाद् | अनिष्ट | pos=a,g=n,c=5,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
नाम | नाम | pos=i |
दुःसहान् | दुःसह | pos=a,g=n,c=5,n=s |
मनस्विनीनाम् | मनस्विन् | pos=a,g=f,c=6,n=p |
प्रतिपत्तिः | प्रतिपत्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ईदृशी | ईदृश | pos=a,g=f,c=1,n=s |
विचार | विचार | pos=n,comp=y |
मार्ग | मार्ग | pos=n,comp=y |
प्रहितेन | प्रहि | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
चेतसा | चेतस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तच् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कृश | कृश | pos=a,comp=y |
उदरि | उदर | pos=a,g=f,c=8,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |