Original

कुसुमायुधपत्नि दुर्लभस् तव भर्ता न चिराद् भविष्यति ।शृणु येन स कर्मणा गतः शलभत्वं हरलोचनार्चिषि ॥

Segmented

कुसुमायुध-पत्नि दुर्लभस् तव भर्ता न चिराद् भविष्यति शृणु येन स कर्मणा गतः शलभ-त्वम् हर-लोचन-अर्चिषि

Analysis

Word Lemma Parse
कुसुमायुध कुसुमायुध pos=n,comp=y
पत्नि पत्नी pos=n,g=f,c=8,n=s
दुर्लभस् दुर्लभ pos=a,g=m,c=1,n=s
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
भर्ता भर्तृ pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
चिराद् चिरात् pos=i
भविष्यति भू pos=v,p=3,n=s,l=lrt
शृणु श्रु pos=v,p=2,n=s,l=lot
येन यद् pos=n,g=n,c=3,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
कर्मणा कर्मन् pos=n,g=n,c=3,n=s
गतः गम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
शलभ शलभ pos=n,comp=y
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
हर हर pos=n,comp=y
लोचन लोचन pos=n,comp=y
अर्चिषि अर्चिस् pos=n,g=n,c=7,n=s