कुमारसम्भवम् — 3.15
Original
Segmented
अमी हि वीर्य-प्रभवम् भवस्य जयाय सेनान्यम् उशन्ति स च त्वद्-एक-इषु-निपात-साध्यः ब्रह्म-अङ्ग-भूः ब्रह्मणि योजय्-आत्मा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अमी | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
वीर्य | वीर्य | pos=n,comp=y |
प्रभवम् | प्रभव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भवस्य | भव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जयाय | जय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
सेनान्यम् | वश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
उशन्ति | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
एक | एक | pos=n,comp=y |
इषु | इषु | pos=n,comp=y |
निपात | निपात | pos=n,comp=y |
साध्यः | साधय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
अङ्ग | अङ्ग | pos=n,comp=y |
भूः | भू | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ब्रह्मणि | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
योजय् | योजय् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |