कुमारसम्भवम् — 3.10
Original
Segmented
तव प्रसादात् कुसुमायुधो ऽपि सहायम् एकम् मधुम् एव लब्ध्वा कुर्याम् हरस्य अपि पिनाकपाणेः धैर्य-च्युतिम् के मम धन्विनो ऽन्ये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रसादात् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कुसुमायुधो | कुसुमायुध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
सहायम् | सहाय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एकम् | एक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मधुम् | मधु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
लब्ध्वा | लभ् | pos=vi |
कुर्याम् | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
हरस्य | हर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
पिनाकपाणेः | पिनाकपाणि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धैर्य | धैर्य | pos=n,comp=y |
च्युतिम् | च्युति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
धन्विनो | धन्विन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |