कुमारसम्भवम् — 1.51
Original
Segmented
गुरुः प्रगल्भे ऽपि वयस्य् अतो ऽस्यास् तस्थौ निवृत्त-अन्य-वर-अभिलाषः ऋते कृशानोः न हि मन्त्र-पूतम् अर्हन्ति तेजांस्य् अपराणि हव्यम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गुरुः | गुरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रगल्भे | प्रगल्भ | pos=a,g=n,c=7,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
वयस्य् | वयस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अतो | अतस् | pos=i |
ऽस्यास् | इदम् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
तस्थौ | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
निवृत्त | निवृत् | pos=va,comp=y,f=part |
अन्य | अन्य | pos=n,comp=y |
वर | वर | pos=n,comp=y |
अभिलाषः | अभिलाष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऋते | ऋते | pos=i |
कृशानोः | कृशानु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
पूतम् | पू | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
अर्हन्ति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तेजांस्य् | तेजस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
अपराणि | अपर | pos=n,g=n,c=1,n=p |
हव्यम् | हव्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |