कुमारसम्भवम् — 1.33
Original
Segmented
अभ्युन्नम्-अङ्गुष्ठ-नख-प्रभाभिः निक्षेपणाद् रागम् इव उद्गृ आजह्रतुस् तद्-चरणौ पृथिव्याम् स्थल-अरविन्द-श्रियम् अव्यवस्थाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अभ्युन्नम् | अभ्युन्नम् | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गुष्ठ | अङ्गुष्ठ | pos=n,comp=y |
नख | नख | pos=n,comp=y |
प्रभाभिः | प्रभा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
निक्षेपणाद् | निक्षेपण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
रागम् | राग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
उद्गृ | उद्गृ | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
आजह्रतुस् | आहृ | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
चरणौ | चरण | pos=n,g=m,c=1,n=d |
पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
स्थल | स्थल | pos=n,comp=y |
अरविन्द | अरविन्द | pos=n,comp=y |
श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अव्यवस्थाम् | अव्यवस्थ | pos=a,g=f,c=2,n=s |