श्री कृष्णायनमः श्रीमद्गीतार्थ संग्रहः श्रीमन्महामाहेश्वराचार्याभिनवगुप्तविरचितः प्रभा देवी विरचित भाषाटीकोपेत शैव-योग-संपन्न अद्वितीय गुरुवर्य श्रीमान् ईश्वर-स्वरूप जी के कर-कमलों में सादर समर्पित तृतीय पुष्प प्रथम संस्करण १९८७ संपादक के पास इस ग्रन्थ को प्रकाशित करने के सभी अधिकार सुरक्षित हैं।